उज्जैन को न. 1 बनाने के लिए गलियों में घूमे महापौर और निगम आयुक्त

उज्जैन. स्वच्छ भारत मिशन को लेकर बुधवार सुबह महापौर मीना जोनवाल और निगम आयुक्त विजय कुमार ने शहर के विभिन्न क्षेत्रों का दौरा किया। टीम के साथ वे देवासगेट बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, नानाखेड़ा बस स्टैंड पहुंचे, यहां उन्होंने सफाई व्यवस्था का जायजा लिया और क्षेत्रवासियों को भी शहर को स्वच्छ रखने में सहयोग करने की अपील की। इस दौरान वे महाकाल वाणिज्य केंद्र में यूडीए द्वारा बनी सब्जी मंडी भी पहुंचे। यहां रह रहे खानाबदोशों से चर्चा की और कहा कि आप लोग यहां रहते हैं तो कम से कम इस जगह को तो साफ रखो।

सफाई की स्थिति का जायजा लिया
देश के स्वच्छ शहरों में महाकाल की नगरी का कौन सा स्थान हो, इसका दारोमदार शहरवासियों पर है। जैसा सिटीजन फीडबैक केंद्र की टीम को मिलेगा वैसी ही शहर की शान बनेगी। ४००० अंकों की परीक्षा में नागरिकों की ओर से सफाई स्थिति व सेवाओं को लेकर दिया गया फीडबैक अहम रहेगा।

देशभर में सर्वे
देशभर में हो रहे स्वच्छता सर्वेक्षण को लेकर २२ फरवरी को टीम उज्जैन आकर कसौटी परखेगी। विभिन्न स्तर से स्वच्छता के पैमानों का मैदानी अवलोकन कर रिपोर्ट केंद्र को जाएगी। वहीं से रैंकिंग तय होगी। पिछले सर्वे में शहर १२वें नंबर पर था, जिसे अव्वल लाने के लिए निगम अमले ने पूरी ताकत झोंक दी है। कई जगह हालात सुधरे, लेकिन कुछ जगह अब भी गुंजाइश है। यदि अब नागरिक शहर को साफ रखने व अपनी आेर से अच्छी प्रतिक्रिया देंगे तो शहर की रैंकिंग सुधर सकती है।

सभी नागरिक सकारात्मक रहें
जब हम कोई भी मांगलिक कार्य करते हैं तो सबसे पहले स्थल शुद्धिकरण होता है। ये हमारी सनातन परंपरा है। अब नए दौर में जब देशभर में स्वच्छता का अभियान जारी है तो इसमें हमारी भी भूमिका अहम हो जाती है। महापौर व निगम अमले ने श्रेष्ठ कार्य किए हैं। अब इन कार्यों का सही बखान जनता के हाथ है। शहर वर्तमान से और अधिक श्रेष्ठता पर अग्रसर हो, सभी नागरिक सकारात्मक रूख रखें।
– डॉ. अवधेशपुरी महाराज, क्रांतिकारी संत

शहर को बेहतर प्रस्तुत करें
उज्जैन की प्रतिष्ठा बाबा महाकाल से जुड़ी है। हम इस दृष्टि से सोचकर शहर को बेहतर बनाने व प्रस्तुत करने में सहयोग दें। क्योंकि देश की क्लीन सिटी में हमारी जो रैंकिंग आएगी उससे यहां का परिदृश्य देशवासियों के सामने जाएगा। मेरी नागरिकों से अपील है कि वे छोटी-मोटी दिक्कत और नजरअंदाजी भूलकर शहरहित सर्वोपरी रखें। हर नागरिक का इसमें सहयोग जरूरी है।
– सुरेंद्रसिंह अरोरा, जत्थेदार, सिख समाज

इस्लाम में पाकीज़ा को बड़ी अहमियत दी है। उसी की शक्ल सफाई है। कोई मजहब ऐसा ना होगा जो पाकीज़गी पसंद ना करें। तमाम हजारातों से मेरी गुजारिश है वे मजहबी उसूलों के महत्व को जानकर दिलों जान से शहर को साफ बनाने में जुटें। शहर साफ होगा तो ही ये शफाफ व पाकीजग़ी हासिल करेगा।
– खलीकुर्रहमान, शहर काजी

जहां पवित्रता है वहीं गॉड की कृपा आती है। कृपा पाने के लिए हमें घर से लेकर गिरिजाघर व दफ्तर से लेकर दुकान तक को क्लीन रखना चाहिए। ईश्वर के सिद्धांतों की भांति हम भी शहर को स्वच्छता रैंकिंग में अव्वल लाने सकारात्मक रूख रखें। क्योंकि शहर की साख पर ही हमारी साख टिकी है। जैसे परीक्षा के लिए विद्यार्थी तैयार रहता है वैसे हर नागरिक हो जाएं। बाइबिल का संदेश है कि स्वच्छ हृदय ही ईश्वर मिलन का आधार है।
– फॉदर जॉस, मनो विकास केंद्र, उज्जैन

शहर के २०० लोगों से तय होंगे १४०० में से ८०० नंबर
केंद्र की स्वच्छता सर्वेक्षण टीम शहर की चारों दिशाओं में अलग आयु समूह के कुल २०० लोगों के बीच फीडबैक जुटाएगी। इसमें जो आंकड़े सामने आएंगे उस मान से १४०० नंबर की इस परीक्षा में ८०० नंबर मिलेंगे। टीम बगैर कोई परिचय दिए सीधे बस्ती, क्षेत्र, मोहल्लों में पहुंचेगी और सवालों के आधार पर कसौटी परखेगी।

Leave a Comment